Makar Sankranti Essay In Hindi 2024 | मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी में

Makar Sankranti Essay In Hindi 2024 | मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी में: 
भारत में हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सूर्य उतरायण पर्व को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। अगर आप भी चाहते हैं मकर संक्रांति पर एक प्यारा सा निबंध अपने स्कूल कॉलेज में दे तो या आपके लिए बहुत ही सुंदर निबंध है आप इसे अपने स्कूल कॉलेज या कोचिंग में भाषण के रूप में बोल सकते हैं तो नीचे दिए गए निबंध को अच्छी तरीका से पढ़िए।

मकर संक्रांति पर 10 लाइन

1. मकर संक्रांति एक प्रमुख भारतीय पर्व है जो हर साल 14 जनवरी या 15 जनवरी को मनाया जाता है।
2. यह पर्व सूर्य के उत्तरायण यानी (उत्तरी गति) के पहले दिन का प्रतीक है जिसका मतलब है कि दिन की लंबाई रात से अधिक हो जाती है।
3. मकर संक्रांति को भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है, जिसे मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण, लोहड़ी और मगर बिहू के नाम से भी जाना जाता है।
4. इस दिन को खास धार्मिक अर्थात सूर्य पूजा के साथ मनाया जाता है और लोग गंगा जल से स्नान करते हैं।
5. यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में विभिन्न रंग-बिरंगे और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ मनाया जाता है।
6. इस दिन लोग पक्षियों को चावल और धान के दाने खिलाते हैं जो शुभकामनाएं पूरी करने के लिए समझ जाते हैं।
8. गुजरात में मकर संक्रांति पर्व उत्सव भी मौसम में पतंग उड़ाने का रंग रूप अनोखा महत्व है।
9. यह दिन हमें किसानों के जीवन में समर्पित परंपरा और धरोहर को समझने का अवसर प्रदान करता है।
10. मकर संक्रांति हमें एक नए आरंभ की भावना और खुशियों का संचार करता है जो एक नया वर्ष के साथ अपने जीवन में नई संभावनाओं को लेकर आता है।

 

गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन हिंदी में | Republic Day Essay 10 lines in Hindi

मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी में:-

मकर संक्रांति आमतौर पर हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। यह हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह पर्व सूर्य के मार्ग मानस में मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। इसलिए इसे मकर संक्रांति कहते हैं। यह अलग-अलग प्रति में विभिन्न नाम से भी वहां की परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है।
पंजाब में मांगी, उत्तर प्रदेश में खिचड़ी, गुजरात और राजस्थान में उत्तरायण के नाम से भी मकर संक्रांति का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्यौहार उन कुछ चुने हुए भारतीय हिंदू त्यौहार में से एक है। जो निश्चित तिथि को मनाए जाते हैं। हालांकि कभी-कभी यह एक दिन पहले या एक दिन बाद यानी 13 या 15 जनवरी को भी मनाया जाता है लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है। यह सूर्य भगवान का त्यौहार है इस दिन पर सूर्य दक्षिण की यात्रा समाप्त करता है और उत्तर दिशा की ओर पलायन करता है।
रात को पाप और झूठ का प्रतीक माना जाता है जबकि दिन को सच्चाई सदगुरु और धर्म का प्रतीक माना जाता है। तो जब भगवान का दिन है तो मकर संक्रांति पर सभी अनुष्ठानों को किया जाता है क्योंकि मकर संक्रांति के बाद दिन लंबे हो जाते हैं और रात छोटी हो जाती है।
मकरसंक्रांति प्रमुख रूप से दान का पर्व है। मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में स्नान दान और पुण्य के शुभ समय का विशेष महत्व है। यह वैदिक उत्सव है। इस दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। गुड़ तिल, रेवाड़ी गजक का प्रसाद बांटा जाता है। इस त्यौहार का संबंध प्रकृति, ऋतु परिवर्तन और कृषि से है। यह तीनों चीज ही जीवन का आधार है।
दोस्तों आप सभी को कैसा लगा यह मकर संक्रांति पर प्यारा सा निबंध और 10 लाइन ऐसे ही पेज पढ़ने के लिए चाहते हो तो इस पेज को फॉलो कीजिए।

https://youtube.com/@Tvduniya234?si=WdPATOTk-0adxcgF

Leave a comment